नकली दवा की खरीद संबंधित दस्तावेज जप्त करने के निर्देश|This medicine found fake

नकली दवा की खरीद(This medicine found fake) संबंधित दस्तावेज जप्त करने के निर्देश और सतर्कता निदेशालय ने नकली पांच दबाव को तत्काल वापस लेने को कहा, निदेशालय ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग या अभी सुनिश्चित करें कि यह दवाएं मरीज को नहीं दी जाए…

 यह दवाई मिली नकली(This medicine found fake)

  1.  Amlodipine – यह उच्च रक्तचाप रोधी दवा है.
  2.  Levetiracetam- यह दवा मिर्गी और डर जैसी स्थितियों के इलाज के लिए काम आती है.
  3. Pantoprazole- यह दवा पेट में उत्पन्न अतिरिक्त एसिड के अल्पकालिक उपचार के लिए काम आती है.
  4. Cephalexin- यह दवा फेफड़ों में सूजन को ठीक करने के लिए स्ट्राइक के रूप में काम करती है.
  5. Dexamethasone- यह दवा जोड़ो और शरीर में सूजन के  इलाज के लिए होती है

 दिल्ली सरकार के सतर्कता निदेशालय ने प्रयोगशालाओं की जांच में अमानत मिली सरकारी अस्पतालों की पांच दावों को तुरंत वापस लेने के लिए पत्र लिखा है. स्वास्थ्य सचिव को लिखे पत्र में यह स्पष्ट करने के लिए भी कहा गया है कि इन दावों की खरीद और आपूर्ति कब से की जा रही है. इसके साथ ही निदेशालय ने इन दावों की खरीद के निविदा दस्तावेज और उससे संबंधित फाइलों को तुरंत जप्त करने का  निर्देश दिया है

 सभी दस्तावेज की मूल प्रति 26 दिसंबर से पहले उपलब्ध कराने के लिए कहा गया है. निदेशालय ने जानकारी मांगी है कि इन दावों से संबंधित कंपनियों और निर्माता को अब तक कितना भुगतान किया गया है और नकली दावों के संबंध में आपूर्ति के निष्पादन के लिए डीलरों और विको की नियुक्ति के  नियम और शर्तें भी बताने के लिए भी कहा गया है.

48 घंटे में कार्रवाई-नकली दावों की खरीद पर

 अगले 48 घंटे में कार्रवाई रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया गया है स्वास्थ्य सचिव को यह सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया गया है कि सभी नकली दावों की तुरंत पहचान की जाए और सभी अस्पतालों के स्टॉक से उन्हें हटा दिया जाए, ताकि रोगियों को यह दवाई ना दी जा सके इसके साथ ही इन दावों की आपूर्ति करने वाली फॉर्म का भुगतान रोकने का निर्देश  दिया गया है

बता दे कि उपराज्यपाल को सौंप गई रिपोर्ट में सतर्कता विभाग के अनुसार सरकारी प्रयोगशालाओं में जांच के लिए भेजे गए 43  नमूने में से तीन नमूने परीक्षण में सफल हो रहे और 12 रिपोर्ट लंबित है. इसमें से 11 नैनो की रिपोर्ट चंडीगढ़ की सरकारी लैब और एक नमूना एक अन्य लैब से संबंधित है इसके अलावा निजी प्रयोगशालाओं को भेजे गए अन्य 43 नैनो में से पांच नमूने फेल हो पाए गए हैं और अधिक पढ़ने के लिए नीचे क्लिक करें

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निष्कर्ष

 अधिकारियों ने कहा है कि परीक्षण रिपोर्ट से निष्कर्ष निकलता है कि जो दवाई प्रशिक्षण में विफल रही है यह नकली है दावों के आसार नहीं करने की  शिकायतों के बाद सतर्कता निदेशालय ने तीन प्रमुख अस्पतालों मानव व्यवहार एवं संबद्ध विज्ञान संस्थान लोकनायक अस्पताल और दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल से दावों के नमूने लिए थे जिसमें से 10% नमूने जांच में फेल हो गए

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